मोहिनी साधना क्या है।

Mohini Matangi

इतना आसान नहीं है कह देना कि मोहिनी की साधना कोई कर सकता है। इसे जो कर पाया वो भी ठीक से नहीं समझ पाया। दरअसल देवी हर प्रश्न का उत्तर देती है कर्ण पिशाचिनी की तरह। इसका असल काम आपके हर प्रश्न का उत्तर देना है।

हर इंसान सुबह उठने के बाद एक कश्मकश में होता है। यह कश्मकश लगभग पूरी उम्र चलती है बस आपके प्रश्न बदलते रहते हैं। कभी इंसान थकता नहीं लगातार सोचता रहता है।

मोहिनी साधना का मकसद क्या है

मोहिनी को साधने का मकसद बस इसी देवी की कृपा प्राप्त करना है। मोहिनी स्वयं आपको प्राप्त करने को तत्पर हो जाएगी जब आप इसे प्राप्त करने के मार्ग पर चल देंगे। भुक्त भोगी ही जान सकता है इसका क्या अनुभव है। परन्तु एक बात सच है वो ये कि मोहिनी सच में आपको मोह लेगी।

गुरु के बिना मोहिनी साधना

गुरु के बिना इस साधना को करने के बारे में सोचना भी गलत है। गुरु यदि स्वेच्छा से यह साधना आपको देने पर राजी हो जाता है तो आप भाग्यशाली हैं। गुरु के निर्देशन में अगर ये साधना इस जनम में आपको करने को मिल रही है तो आप से बड़ा बढ़ भागी और कौन हो सकता है। वास्तव में गुरु मिलना ही कठिन है फिर गुरु भी सोचेंगे कि क्यों आपको ये साधना करने की शिक्षा दी जाये।

मोहिनी साधना के लाभ क्या हैं

प्रश्न ये नहीं है कि क्या मिल जायेगा। प्रश्न ये है कि जो मिल जाये क्या वो संभाल पाओगे? इसमें आपके गुरु मदद कर सकते हैं। जीवन में आप कभी कभी एक ऐसे मुकाम पर होते हैं जिसे जीने के लिए एक जिंदगी काफी नहीं है। उस समय आप किसी से कुछ मांगते नहीं बल्कि आनंद के एक अलग ही संसार में चले जाते हैं। फिर एक दिन आपको उस संसार के क्षण भंगुर होने का पता चलता है। आप मानसिक रूप से क्षुब्ध हो जाते हैं।

मानसिक पीड़ा की स्थिति में

ऐसी अवस्था में न आप किसी से कुछ कहने की स्थिति में होते हैं न कुछ कर पाने की स्थिति में। आप अपने अतीत को बस याद करते करते अपनी अनमोल जिंदगी के लम्हों को अमिट बना देते हैं। फिर तो मन मस्तिष्क में यही सब चलता रहता है। ये ऐसा दर्द है जिसे शरीर नहीं दिल महसूस करता है। आत्मा तक आप पीड़ित महसूस करते हो। ऐसी स्थिति में एक माँ ही आप को संभाल सकती है क्योंकि वह आपके अंतर्मन को समझ सकती है।

यही है मोहिनी साधना

इसी माँ को मोहिनी का नाम दिया है हमने। आखिर ऐसे समय में ही तो आप के मन को मोह लेना इसका कार्य है। यह किसी न किसी रूप में आकर आपको समझा लेगी। ये आपको शांत करने में सक्षम है। ये आपके दर्द को समझ सकती है। ये ही वो माँ है जो आपको भूख लगने से पहले आपकी क्षुधा को मिटा देती थी। इसके साथ एक जनम का नाता नहीं है आपका। इस जनम में आप इसे प्राप्त करने जा रहे हैं। पिछले जनम में भी आप इसके साथ किसी न किसी माध्यम से जुड़े थे।

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